Tagged “shabar ganapati”

 January 20, 2014 

ईच्छा पूर्णकर्ता गणेश साधना

माता पार्वती पुत्र भगवान् श्री गणेश सर्व विघ्न नाशक है। इनका अन्य नाम विनायक, गजानन, लम्बोदर, एकदंत, गणपती भी है। इनके स्मरण मात्र से सभी इच्छाए पूर्ण हो जाती है,वह इच्छा चाहे लौकीक हो या पारलौकिक। भगवान् गणेश जी की पूजा के बिना किसी भी देवता की पूजा सफल नहीं होत। गणेश जी के बारह नामो के स्मरण से धन धान्य की प्राप्ति होती है और कर्ज से मुक्ति मिलती है यदि गणेश चतुर्थी पर भगवान् गणेश की एकदंत वाली मूर्ति का पूजन किया जाए और ऐसा १० दिन करने के पश्चात ११वे दिन उस मूर्ति को गहनों के साथ सजाकर जल में प्रवाहित कर दिया जाए तो सभी कार्यों में सफलता मिलती है।

नीम की जड़ के गणेश जी बनाकर कृष्णपक्ष की अष्टमी के दिन यदि गणेश जी का पूजन कर विशेष मंत्रो के साथ हवन किया जाए, ऐसा अमावस्या तक किया जाए तो भगवान् गणेश जी की सिद्धि प्राप्त होती है।

यदि सफेद आक (श्वेतार्क) की जड़ के गणपति बनाकर उनकी पूजा की जाए और एक विशेष अनुष्ठान किया जाए तो कर्ज से मुक्ति मिलती है। इसी प्रकार यदि कुम्हार के घर की मिटटी से गणेश जी की मूर्ति बनाकर उसकी पूजा की जाए और ७ दिन तक लगातार एक विशेष मन्त्र का जाप किया जाए तो व्यक्ति रिद्धि सिद्धि का स्वामी बनता है।

वस्तुतः भगवान् गणेश के अनेको प्रयोग है,जिसमे ना यन्त्र की आवश्यकता हो और ना ही किसी विशेष प्रकार की माला की। हम नहीं चाहते कि आप ऐसा सोचे कि हम जानबूझ कर आपको कठिन साधनाएँ दे रहे है इसलिए जो साधना हम दे रहे है यह बहुत ही सरल है और किसी विशेष विधि विधान की भी आवश्यकता नहीं।

गणेश शाबर मन्त्र

ॐ गणपति वशे मशान, जो फल मांगु देवे आन,
पांच लड्डू सेर सिन्धुर, भर आना आता आनंद,
भरपूर नद्वेतीमान, फूले फलत जागे मर लियावे,
एक फूले हाथी जो तू मोहन रहे,
सूबा बात साथ करो जाऊं तो मुट्ठी करो ।।

गणेश शाबर साधना विधि

इस मंत्र को किसी भी बुधवार से शुरू करे । एक देसी घी की ज्योत जलाये और गुरु पूजन करे। अपने गुरु से आज्ञा लेकर भगवान श्री गणेश जी का पूजन करे और दो लड्डू का भोग लगाये। फिर पांच माला इस मंत्र की जपे। ऐसा इक्कीस दिन करे, आपके कार्यो में आने वाले विघ्नों का नाश होगा।