MAHASHIVRATRI PUJAN
11th March 2021, at Vajreshwari
Every month, the small Shivaratri falls on the Trayodashi of Krishna Paksha, but the coming Shivaratri on the Thrayodashi of the Krishna Paksha of Phalgun month is called Maha Shivaratri. This Mahashivratri, which comes once a year, is very auspicious and fulfills wishes. On this day, all the defects coming in the horoscope are removed, such as .. Kalsarp Dosh, Chandal Dosh, Grahan Dosh, Venom Dosh, Manglik Dosh etc.
Without this......
- There is a benefit in marriage, engagement and other mangalik work.
- Get rid of tantra badha
- Enemies keep calm
- Protection from evil/sprit/ghost.
- Business obstacles
- Job, interview benefits
- Disputes calm down
- Family Disputes begin to calm down
- Peace between husband-wife
- Talented child is obtained
- Bad behavior of children starts removing
- Immunity begins to increase
BOOK MAHA SHIVARATRI PUJA SHIVIR
In this worship camp, secret Pashupat Puja is being performed with Rudrabhishek, which is considered to be of high power. Only fortunate people are able to participate in such a worship camp, if for some reason you are unable to attend the camp, then you can also participate online (proxy).
Call:- 7710812329
हर महीना कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को छोटी शिवरात्री आती है, लेकिन फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को आने वाली शिवरात्री महाशिवरात्री कहलाती है. वर्ष मे एक बार आने वाली यह महाशिवरात्री बहुत ही शुभ व मनोकामनाओ की पुर्ति करने वाली होती है. इस दिन कुंडली मे आने वाले सभी दोषो का का निवारण किया जाता है जैसे कि.. कालसर्प दोष, चांडाल दोष, ग्रहन दोष, विष दोष, मांगलिक दोष ईत्यादि. इसके अलावा..
- शादी व्याह, सगाई जैसे मंगल कार्य मे लाभ मिलता है.
- तंत्र से छुटकारा मिलता है
- शत्रु शांत रहते है
- भूत प्रेत बाधा शांत हो जाती है
- व्यापार बाधा नष्ट होने लगती है
- नौकरी, इंटरव्यू मे लाभ मिलता है
- विवाद नष्ट होने लगते है
- पारिवारिक क्लेश शांत होने लगते है
- पति-पत्नि के विवाद नष्ट होने लगते है
- योग्य संतान की प्राप्ति होती है
- संतान के बुरे आचरण मे सुधार होने लगता है
- रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढने लगती है
इस पूजन शिविर मे रुद्राभिषेक के साथ गोपनीय पाशुपत पूजा संपन्न हो रही है, जो कि उच्च कोटि की पूजा मानी जाती है. भाग्यवान लोग ही इस इस तरह के पूजन शिविर मे भाग ले पाते है, अगर किसी कारण से शिविर मे भाग नही ले पाते तो आप ऑनलाईन भी भाग ले सकते है.