बगलामुखी अंतर त्राटक या बगलामुखी मानस ध्यान
माता बगलामुखी दस महाविद्या मे ८वी महाविद्या मानी जाती है. इन्हे स्तम्भन की देवी भी कहा जाता है. शत्रुओ पर विजय प्राप्त करने लिये बगलामुखी से बढकर कोई साधना पूजा नही होती. इनके अलग-लग नाम है जैसे शत्रुनाशिनी, पीताम्बरा, ब्रम्हास्त्र विद्या, इसके अलावा इनका नाम है "विक्ट्री विनर" यानी कोई भी कार्य या क्षेत्र मे विजय प्राप्त करने के लिये इनकी साधना - पूजा की जाती है.
इनकी साधना बहुत ही मुश्किल होती है सामान्यतः गुरु से दिक्षा लेकर १२५००० से ५५०००० लाख मंत्र द्वारा इनकी सिद्दी प्राप्त की जाती है. इसमे करीब-करीब १०-११ महीने लग जाते है. इसलिये जो ब्यक्ति साधना नही कर सकते उन्हे बगलामुखी अंतर त्राटक या बगलामुखी मानस ध्यान करना चाहिये.
अब हम बात करेगे बगलामुखी अंतर त्राटक के लाभ की.
- हर तरह के भय से मुक्ति मिलती है.
- वाक सिद्धी यानी वाणी सिद्धी मिलती है
- स्तम्भन करने की शक्ति मिल जाती है.
- घर-परिवार मे सुख-शांती आती है
- आपका शरीर तंत्र बाधा से सुरक्षित हो जाता है.
- वाद-विवाद मे सफलता
- ये हर तरह का दुख- समस्या तथा शत्रु पीडा को स्तंभित करती है.
- सरकारी अडचनो से मुक्ति मिलनी शुरु हो जाती है
- राजनीति क्षेत्र मे सफलता
अब जानते है कि बगलामुखी अंतर त्राटक या बगलामुखी मानस ध्यान कैसे करे.
एक शांत कमरे का चुनाव करे. दरवाजे की घंटी, मोबाईल फोन को बंद कर दे ढीले-ढाले वस्त्र पहने. एक कुर्सी पर या, जमीन पर आसन बिछाकर बैठ जाय. अपने ठीक सामने माता बगलामुखी की मुर्ती या फोटो को रखे. अब अपने आज्ञा चक्र को पिंच करे और बगलामुखी बीज मन्त्र " ह्लीं" का उचारण १ मिनट तक करे. अब एकटक कुछ सेकेंड उस चित्र या मुर्ती को देखते रहे. और आख बंद कर ले, और उस मुर्ती को या चित्र को अपने आखो के सामने लाने का प्रयास करे. आप देखेंगे कि कुछ सेकेंड के लिये वह चित्र या मुर्ती आपके आखो के सामने दिखाई देगी, फिर गायब हो जायेगी. पहले दिन यह अभ्यास ५-६ मिनट तक करना है.
अब दूसरे दिन पुनः निश्चित समय पर अभ्यास शुरु करे. अब अपने दोनो आखो के बीच यानी आज्ञा चक्र पर पिंच करे और १ मिनट तक काली बीज " ह्लीं" का उच्चारण करे.. अब उस चित्र को या मुर्ती को अपने आखो के सामने लाने का पुनः अभ्यास करे....
इस तरह से आप देखेंगे कि जैसे-जैसे आपका अभ्यास बढता जायेगा वैसे - वैसे आखे बंद करने के बाद माता बगलामुखी का चित्र ज्यादा समय के लिये आपके सामने टिकना शुरु हो जायेगा. बस यही आपको चाहिये. जब आपका अभ्यास २१ से २५ दिन का हो जाय तो आप देखेंगे कि वह मुर्ती या चित्र आपकी आखो के सामने २ से ३ मिनट तक टिकना शुरु हो जायेगा.
याद रखे ये चित्र या मुर्ती शुरुवात मे सिर्फ कुछ सेकेंड के लिये ही आपके आखो के सामने दिखाई देगा. लेकिन जब २ से ३ मिनट तक दिखाई देने लगे तो यह मान कर चलिये कि आपने बहुत ही अच्छा अभ्यास किया है. ऐसा करने से माता बगलामुखी की जो खासियत है, या जो गुण है वह आपके अंदर आने शुरु हो जाते है. यानी आपकी बात-चीत का प्रभाव दूसरे होना शुरु हो जाता है, आपके चेहरे पर तेज आना शुरु हो जाता है. आप जिससे भी मिलेगे उसे आप प्रभावित कर देंगे. यह अभ्यास आप रोज करते रहे.
अब हम जानेंगे कि इसका उपयोग कैसे करते है.
- अगर आप किसी बहस या वाद-विवाद मे जा रहे है जहा लडाई-झगडा होने की शंका भी है हल्दी का टुकडा अपने हाथ मे लेकर १ मिनट तक " ह्लीं" मन्त्र का उच्चारण करे और माता बगलामुखी को अपने आखो के सामने ध्यान मे लाकर यानी मानस त्राटक कर आशिर्वाद मागे और जाये.
- अगर आप किसी बिजनेस मीटिंग मे जा रहे है तो चावल के साथ पीला फूल हाथ मे लेकर १ मिनट तक " ह्लीं" मन्त्र का उच्चारण करे और माता बगलामुखी को अपने आखो के सामने ध्यान मे लाकर यानी मानस त्राटक कर आशिर्वाद मागे और मीटिंग मे जाये.
- अगर आपका कोई सरकारी कार्य अटका हुआ है और रोज-रोज एक ऑफिस से दूसरी ऑफिस तक भाग-दौड हो रही हो तो थोडे सरसो या राई के दाने हाथ मे ले. और १ मिनट " ह्लीं" मन्त्र का उच्चारण करे और माता बगलामुखी को अपने आखो के सामने ध्यान मे लाकर यानी मानस त्राटक कर आशिर्वाद मागे और फिर जाये.
- कोई खास क्लाईंट से मिलने जाना है तो छोटी सी चंदन की लकडी अपने हाथ मे ले. और १ मिनट " ह्लीं" मन्त्र का उच्चारण करे और माता बगलामुखी को अपने आखो के सामने ध्यान मे लाकर यानी मानस त्राटक कर आशिर्वाद मागे और उस क्लाईंट से मिलने वही चंदन की लकडी जेब मे रखकर जाये.
- किसी वाद-विवाद या किसी समस्या के निपटरे के जब भी कोर्ट- कचहरी जाना पडे तो सबसे पहले सुपारी और हल्दी हाथ मे लेकर १ मिनट " ह्लीं" मन्त्र का उच्चारण करे और माता बगलामुखी को अपने आखो के सामने ध्यान मे लाकर यानी मानस त्राटक कर आशिर्वाद मागे और जाये.
- अगर राजनीति क्षेत्र की बात करे तो पीले कपडे पहनकर हाथ मे हल्दी का टुकडा लेकर १ मिनट " ह्लीं" मन्त्र का उच्चारण करे और माता बगलामुखी को अपने आखो के सामने ध्यान मे लाकर यानी मानस त्राटक कर अपने जीत का आशिर्वाद मागे.
- कोई ब्यक्ति आपके नौकरी क्षेत्र मे या ब्यवसाय क्षेत्र मे अगर बहुत परेशान कर रहा है, और उसके द्वारा आपको अपने जीवन शर्मिंदगी उठानी पड रही हो तो १ सूखी मिर्ची हाथ मे लेकर १ मिनट " ह्लीं" मन्त्र का उच्चारण करे और माता बगलामुखी को अपने आखो के सामने ध्यान मे लाकर यानी मानस त्राटक कर अपनी समस्या के निवारण का आशिर्वाद मागे. और उस मिर्ची को पानी मे या आग मे डाल दे. याद रखे अगर आप सही है शतप्रतिशत आपकी मनोकामना पूर्ण होगी.
अब कुछ जरूरी बाते....
- जिन ब्यक्ति को विश्वास नही है वे इसे मजाक समझे.
- माता बगलामुखी बहुत ही स्ट्रांग- पॉवरफुल तांत्रोक्त देवी मानी जाती है, इसलिये पूर्ण श्रद्धा होने पर ही इस विधि को अपनाये
- इस अभ्यास मे जैसे-जैसे सफलता मिलती जायेगी वैसे-वैसे आपका स्वभाव मधुर होता चला जाना चाहिये
- आपके स्वभाव मे घमंड आते ही इस अभ्यास का असर खत्म होना शुरु हो जाता है
- कोई आपको बला-बुरा या गाली भी दे तो अपना नियंत्रण न खोये.
- गलत नियत से कभी भी कोई कार्य न करे.
- इस अभ्यास के द्वारा आप दूसरे की भी मदत कर सकते है.
- इस अभ्यास मे दिक्षा की जरूरत नही होती.
आशा है आप इन विधियो को अपनायेंगे और अपने जीवन मे सफल होगे. इसलिये पूर्ण श्रद्धा के साथ अभ्यास करे.