Hradai jagaran ganesha sadhana
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विशाल ह्रदय जागरण गणपति साधना
॥ह्रदय चक्र जागरण के बाद ही साधना के द्वार खुलते है॥
किसी भी
साधना में सिद्धि मिलने में तब तक संशय बना रहता है जब तक ह्रदय जाग्रत न हो ।
यही कारण है कि सर्वप्रथम ह्रदय को जगाना चाहिए ।
विशाल ह्रदय जागरण से ही
साधना मे सिद्धि के द्वार स्वतः ही खुल जाते हैं
और विशाल ह्रदय जाग्रत होते ही भीतर से खुशी
का अहसास होता है. और
अनाहत चक्र (ह्रदय
चक्र) स्वतः खुल जाता है । अंदर से जब
प्रसन्नता प्रगट हो तो साधक
का मन भीतर से खिल उठता
है । और आगे के चक्रों की यात्रा स्वतः शुरू हो जाती
है । बिना विशाल ह्रदय जगाए
विशुद्ध चक्र, आज्ञा चक्र और सहस्त्रार चक्र को जगाना
भी मुश्किल हो जाता है. इस विशाल ह्रदय को जगाने की क्षमताएं
गणपती की साधना में हैं ।
सामान्य अवस्था में कुंडलिनी
शक्ति मणिपूर चक्र पर जाकर रुक जाती है ।उसे आगे गतिमान करने के लिए विशाल ह्रदय जागरण जरूरी है ।
इस
विशाल ह्रदय जागरण गणपति साधना से मन पर पड़ा माया-मोह का पर्दा हट जाता है और साधक को
दिव्य अनुभूति
आने लगते है। उसे साधना में होने वाली कमी का स्वतः
एहसास हो जाता है और मन को एकाग्रता मिल जाती है । आशा है आप सभी इससे लाभ उठाएंगे और परम
वन्दनीय सदगुरुदेव जी के ज्ञान को ह्रदय से अपनाते हुए साधना मार्ग
की शुरुवात करेंगे । इस साधना को
समर्पित होकर पूर्ण ह्रदय से करें । इसमें प्रथम प्रयास
में ही सफलता मिल जाती है. जिससे अन्य उच्चतम साधनाओं का
मार्ग स्वतः खुल जाता है ।
विशाल ह्रदय जागरण गणपति साधना विधि :-
इस साधना को शुक्ल पक्ष के किसी भी सोमवार
या बुधवार से शुरुवात करें । यह 9
दिन की साधना है । इस साधना में आप सफ़ेद वस्त्र धारण कर सफ़ेद
आसन पर उत्तराभिमुख हो कर बैठें (उत्तर दिशा की ओर मुंह करके) ।
अपने सामने एक बाजोट पर पीला वस्त्र बिछा कर उसपर
सिद्ध गणपति विग्रह
और गुरु चित्र स्थापित करें । गुरु पूजन कर
संकल्प करें कि मैं अपने मन के सभी विकारों पर विजय पाकर अपने
विशाल ह्रदय पक्ष को जगाना चाहता हूँ, हे गुरुदेव आप मुझे सफलता
प्रदान करें जिससे कि मैं साधना मार्ग पर एक गति के साथ निरंतर बढ़
सकूँ । इतना कह कर जल छोड़ दें और फिर गणेश पूजन कर निम्न
मंत्र की 21 माला करें ।
विशाल ह्रदय जागरण गणपति साधना मंत्र :-
॥ ॐ ग्लां ग्लीम ग्लौं गं गणपतये नमः ॥
जब आपको भीतर से ऐसा लगे की आप खुलके हँसना चाहते हैं । अंदर से एक खुशी का एहसास हो तो समझ लें कि साधना सफल हुई है । इस साधना से गणपती के बिम्बात्मक दर्शन भी हो जाते हैं । इस साधना में आप ह्रदय जागरण गणपति माला का उपयोग करे । अगर गणपती की चित्र पर भी साधना कर सकते हैं । पूजन के दौरान शुद्ध घी का दीपक जलता रहना चाहिए । साधना के बाद माला को गले में कम से कम 21 दिन धारण जरूर करें और विग्रह या चित्र को पूजा स्थान में रख दें । शेष पूजन यन्त्र. गुटिका सामग्री को जल प्रवाहित कर दें ।
विशाल ह्रदय जागरण गणपति साधना सामग्री :-
सिद्ध ह्रदय जागरण गणपती यन्त्र, सिद्ध ह्रदय जागरण गणपती माला, सिद्ध ह्रदय जागरण गणपती विग्रह, सिद्ध गणपती चित्र.
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Who can perform/get sadhana/Puja/Diksha | Male above 18 years, Female above 18 years |
Wear clothing | White |
Puja-Sadhna Direction | North |
Descriptions | Hradai jagaran ganesha sadhana:- siddha ganesha yantra, siddha ganesha mala (rosary), siddha ganesha photo, siddha ganesha vigrah, white cloth asan |
Puja/Sadhna | 9 Days |
Puja time muhurth | After 4am |
Puja/Sadhana Muhurth | Monday, Wednesday |