Anant tritiya vrat katha paath
Overview
अनंत तृतीया व्रत
भाद्रपद या वैशाख या मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की तृतीया को यह व्रत किया जाता है। यह व्रत एक वर्ष के लिए किया जाता है। प्रत्येक मास में विभिन्न पुष्पों से गौरी की पूजा की जाती है। इस व्रत से सौभाग्य एवं आरोग्य - प्रदायक होता है। यह व्रत स्त्रियों के लिये फलदायी होता है। इस व्रत को करने सम्पुर्ण पापों से मुक्ती मिलती है। इस व्रत को करनेवाला दुःखों से दुर रहता है। इस व्रत को करनेसे हजारों अग्निष्टोम का फल प्राप्त होता है। कुमारी, सधवा, विधवा या दुर्भगा जो भी हो, वह इस व्रत के करने पर गौरी लोक मे पुजित होती है।
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Features
Katha-Path Days | One day Anant tritiya vrat katha paath |
Tithi Muhurth | Krishna Paksha Tryodashi, Shukl Paksha Tritiya |
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