Saraswati vrat katha paath
Overview
सरस्वती व्रत
सरस्वती के रूप में ये हमारी बुद्धि, प्रज्ञा तथा मनोवृत्तियों की संरक्षिका हैं। हममें जो आचार और मेधा है उसका आधार देवी सरस्वती ही हैं। इनकी समृद्धि और स्वरूप का वैभव अद्भुत है। पुराणों के अनुसार श्रीकृष्ण ने सरस्वती से ख़ुश होकर उन्हें वरदान दिया था कि वसंत पंचमी के दिन उनकि भी आराधना की जाएगी और उत्तर भारत के कई हिस्सों में वसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती की भी पूजा होने लगी जो कि आज तक जारी है। पतंगबाज़ी का वसंत से कोई सीधा संबंध नहीं है। लेकिन पतंग उड़ाने का रिवाज़ हज़ारों साल पहले चीन में शुरू हुआ और फिर कोरिया और जापान के रास्ते होता हुआ भारत पहुँचा।
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Features
Katha-Path Days | Saraswati vrat katha paath |
Tithi Muhurth | Krishna Paksha Panchami, Shukl Paksha Panchami |
Katha-Paath muhurth | Wednesday |
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