बटुक भैरव भगवान भैरव का ही एक रूप है. भैरव के अन्य रूपो मे बटुक भैरव की पुजा - साधना अत्यंत ही प्रचलित है. इसलिये साधना, पूजा मे सफलता के लिये भैरव की दिक्षा अनिवार्य है.